जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई बने भारत के 52वे मुख्य न्यायधीश

आइए जानते है CJI भूषण रामकृष्ण गवई के बारे में चंद बिंदु

जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवई भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश (CJI) हैं, जिन्होंने 14 मई 2025 को पदभार ग्रहण किया। उनकी नियुक्ति को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने शपथ दिलाकर मंजूरी दी। वे भारत के पहले बौद्ध और दूसरे अनुसूचित जाति (दलित) समुदाय से आने वाले मुख्य न्यायाधीश हैं।प्रमुख जानकारी:जन्म और पृष्ठभूमि: जस्टिस गवई का जन्म महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ। वे बौद्ध धर्म को मानने वाले दलित परिवार से हैं। उनकी मां भी उनके शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुईं।शिक्षा और करियर:उन्होंने नागपुर विश्वविद्यालय से कानून की डिग्री प्राप्त की।1980 में वकालत शुरू की और बॉम्बे हाई कोर्ट में प्रैक्टिस की।2003 में वे बॉम्बे हाई कोर्ट के जज बने।2019 में सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश नियुक्त हुए।सुप्रीम कोर्ट में योगदान: पिछले छह वर्षों में जस्टिस गवई ने कई महत्वपूर्ण मामलों में फैसले सुनाए, जिनमें सामाजिक न्याय, संवैधानिक मुद्दे और आपराधिक मामले शामिल हैं। उनके फैसलों में निष्पक्षता और संवैधानिक मूल्यों की रक्षा पर जोर रहा।मुख्य न्यायाधीश के रूप में: उनकी नियुक्ति को सामाजिक समावेश और संवैधानिक मूल्यों को मजबूत करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है। लोग उनसे निष्पक्ष और समाज को न्याय दिलाने वाले फैसलों की अपेक्षा रखते हैं।

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Author: News65live

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